जबलपुर: सोशल मीडिया पर दिगंबर अखाड़े के जगदगुरू राघव देवाचार्य को जान से मारने की धमकी मिली है। किसी ने उनका सिर धड़ से अलग करने की बात कही है। इस मामले में मदन महल थाने में एफआईआर दर्ज की गई है। स्वामी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से भी दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
हिंदू भगवान पर अभद्र टिप्पणी का किया था विरोध
यह घटना तब हुई जब स्वामी राघव देवाचार्य ने हिंदू देवी-देवताओं पर की गई टिप्पणी का विरोध किया था। इसके बाद उन्हें इंस्टाग्राम पर धमकी भरे कमेंट्स मिले। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है और हिंदू सेवा परिषद ने 24 घंटे में गिरफ्तारी न होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
विरोध प्रदर्शन में भी लिया था हिस्सा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर आनंद कलादगी ने इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पहले राघव देवाचार्य ने एक विरोध प्रदर्शन में भाग लिया था। यह प्रदर्शन हिंदू देवी-देवताओं के बारे में की गई कुछ टिप्पणियों के खिलाफ था। इसके बाद, इंस्टाग्राम पर उन्हें धमकी भरे संदेश मिले। मदन महल पुलिस ने इस मामले में शिकायत दर्ज कर ली है। पुलिस आरोपियों को ढूंढने की कोशिश कर रही है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बूढ़ी खेरमाई माता को कहे अपशब्दों का किया विरोध
दरअसल, 8 अप्रैल को अब्दुल मजीद नाम के एक युवक ने सोशल मीडिया पर बूढ़ी खेरमाई माता के बारे में गलत बातें लिखी थीं। इसके विरोध में साधु-संतों ने प्रदर्शन किया था। स्वामी राघव देवाचार्य ने उस समय कहा था कि ‘किसी ने हमारे धर्म और भगवान के खिलाफ अपशब्द कहे तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।’ हनुमान ताल पुलिस ने अब्दुल मजीद को गिरफ्तार कर लिया था। उसके खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई की गई और 11 अप्रैल को उसे जेल भेज दिया गया।
24 घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग
हिंदू सेवा परिषद के अध्यक्ष अतुल जैसवानी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने 24 घंटे के भीतर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो पूरे शहर में उग्र आंदोलन किया जाएगा। पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है। वे सोशल मीडिया पर धमकी देने वालों की तलाश कर रहे हैं। लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की गई है।