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देहरादून: उत्तराखंड राज्य में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया एक बार फिर शुरू हो गई है। हाई कोर्ट नैनीताल की ओर से याचिका संख्या 400 (एमएसबी) बिश्वेश सिंह बुटोला बनाम उत्तराखंड राज्य के मामले में फैसला आने के बाद चुनावी अधिसूचना जारी की गई। राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जारी अधिसूचना के तहत प्रदेश में दो चरणों में पंचायत चुनाव कराए जाएंगे। पहले चरण का मतदान 24 जुलाई और दूसरे चरण का 28 जुलाई को होगा। चुनावी नामांकन फॉर्म 2 जुलाई से भरे जाएंगे।
हाई कोर्ट ने राज्य में पंचायत चुनाव पर रोक लगाते हुए पिछले दिनों आरक्षण के मसले पर सरकार से जवाब तलब किया था। हालांकि, शुक्रवार को हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई के क्रम में चुनाव पर लगी रोक हटाते हुए राज्य निर्वाचन आयोग को चुनाव तारीखों के ऐलान का निर्देश दिया। हाई कोर्ट के जारी निर्देशों के अनुपालन में राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनावों के लिए अधिसूचना जारी कर दी है।
उत्तराखंड में इस बार पंचायत चुनावों का आयोजन 12 जिलों में होगा। हरिद्वार जिले को इससे बाहर रखा गया है। पंचायत चुनावों के दो चरणों में संचालन की योजना बनाई गई है। राज्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार की ओर से विस्तृत चुनाव कार्यक्रम जारी कर दिया गया है।
हाई कोर्ट ने पहले में नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया पर रोक लगाई थी, जिसके कारण चुनाव प्रक्रिया स्थगित कर दी गई थी। अब कोर्ट ने नई व्यवस्था के तहत फिर चुनाव कार्यक्रम को हरी झंडी दे दी है। राज्य निर्वाचन आयोग ने संबंधित जिला निर्वाचन अधिकारियों को निर्देशित किया है कि वे उक्त कार्यक्रम के अनुसार निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराएं। निर्वाचन की अधिसूचना के साथ ही राज्य में चुनाव आचार संहिता भी प्रभावी हो गई है।
प्रदेश के 12 जिलों के 89 विकास खंडों में 7499 ग्राम पंचायतों में प्रधान के चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे। इनके अलावा 55,587 ग्राम पंचायत सदस्यों का भी चुनाव होगा। साथ ही, क्षेत्र पंचायत सदस्य के 2974 पदों के लिए भी चुनाव होंगे। त्रिस्तरीय ग्राम पंचायत चुनाव में 358 जिला पंचायत सदस्य भी निर्वाचित किए जाएंगे।
प्रदेश में पंचायत चुनाव के लिए 8276 मतदान केंद्रों का निर्माण किया जाएगा। इन मतदान केंद्रों पर स्थित 10,526 वोटिंग सेंटर्स पर मतदाता अपने पसंदीदा उम्मीदवार का चुनाव अपने वोटों के जरिए करेंगे।
पंचायत चुनाव के मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है। इस वर्ष 47,77,072 मतदाता चुनाव प्रक्रिया में भाग लेंगे। इसमें से महिला मतदाताओं की संख्या 23,10,996 और पुरुष मतदाताओं की संख्या 24,65,702 है। वर्ष 2019 के पंचायत चुनाव से तुलना करें तो तब महिला वोटरों की संख्या 21,12,932 थी। यह वर्तमान महिला वोटर संख्या से 1,98,064 कम थी।
वहीं, 2019 के पंचायत चुनाव में 22,07,347 पुरुष वोटरों ने मतदान प्रक्रिया में भाग लिया था। यह संख्या वर्तमान से 2,58,355 कम थी। अन्य मतदाता 374 पर अटके हुए हैं। इस प्रकार इस बार मतदाताओं की संख्या में 10.57 फीसदी की वृद्धि हुई है। कुल 4,56,793 अधिक मतदाता ग्राम पंचायत के चुनाव में वोट डालेंगे।
लेखक के बारे मेंराहुल पराशरनवभारत टाइम्स डिजिटल में सीनियर डिजिटल कंटेंट क्रिएटर। पत्रकारिता में प्रभात खबर से शुरुआत। राष्ट्रीय सहारा, हिंदुस्तान, दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर से होते हुए टाइम्स इंटरनेट तक का सफर। डिजिटल जर्नलिज्म को जानने और सीखने की कोशिश। नित नए प्रयोग करने का प्रयास। मुजफ्फरपुर से निकलकर रांची, पटना, जमशेदपुर होते हुए लखनऊ तक का सफर।… और पढ़ें