बीजिंग: चीन की एक अदालत 100 टन जिंदा मगरमच्छों की नीलामी कर रही है। इनकी बोली लगाने के लिए शुरुआती कीमत 40 लाख युआन (5,50,000 अमेरिकी डॉलर) रखी गई है। शेनझेन नानशान पीपुल्स कोर्ट ने इन मगरमच्छों की ऑनलाइन नीलामी का फैसला लिया है। अलीबाबा ज्यूडिशियल ऑक्शन प्लेटफॉर्म पर यह नीलामी हो रही है। कोई भी शख्स इस वेबसाइट पर जाकर नीलामी में बोली लगा सकता है। चीन में हो रही ये अनोखी नीलामी दुनियाभर में लोगों का ध्यान खींच रही है। सोशलल मीडिया पर भी इसको लेकर कई सवाल पूछे जा रहे हैं।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, नीलाम किए जा रहे मगरमच्छ गुआंगडोंग होंग्यी क्रोकोडाइल इंडस्ट्री कंपनी के हैं। इस कंपनी को 2005 में मो जुनरोंग ने शुरू किया था। जुनरोंग को एक समय चीन में क्रोकोडाइल गॉड कहा जाता था। उनकी कंपनी 5 करोड़ युआन (7 मिलियन डॉलर) से ज्यादा थी लेकिन कंपनी घाटे में चली गई और अपना कर्ज नहीं चुका पाई। ऐसे में उनकी संपत्ति जब्त कर ली गई, जिसमें करीब 100 टन मगमच्छ शामिल हैं। अब अदालत इन मगरमच्छों को बेचकर कंपनी का कर्ज चुकाने का फैसला लिया है।
दो महीने तक चलेगी नीलामी
चीन में अदालत के आदेश के बाद मगरमच्छों की ये नीलामी 10 मार्च को शुरू हुई थी। ये नीलामी 9 मई तक यानी दो महीने तक चलेगी। इस नीलामी में खरीदारों को मगरमच्छों को पकड़ने, तोलने, लादने और ले जाने का खर्च खुद उठाना होगा। नीलामी की सूचना में यह भी लिखा है कि खरीदारों के पास मगरमच्छों को पालने का लाइसेंस होना चाहिए। अगर खरीदार इन शर्तों को पूरा नहीं कर पाते हैं, तो अदालत उनकी 3 लाख युआन की जमा राशि जब्त कर लेगी। ये राशि नीलामी में भाग लेने के लिए जमा करानी होगी।
मगरमच्छ का व्यापारिक लिहाज से फायदेमंद जानवर माना जाता है। इनसे चमड़ा, मांस, दवाइयां, सौंदर्य प्रसाधन और शराब जैसे 100 से ज्यादा उत्पाद बनते हैं। नीलामी में जिन सियामी मगरमच्छों को बेचा जा रहा है। इनको 2003 में चीन ने व्यावसायिक रूप से पालने और बेचने की अनुमति दी थी। एक सियामी मगरमच्छ का वजन 200 से 500 किलो तक होता है। इस हिसाब से 100 टन में 200 से 500 मगरमच्छ हो सकते हैं। इस ऑनलाइन नीलामी को लेकर सोशल मीडिया पर काफी चर्चा है। सोशल यूजर्स ने इस पर कई तरह के कमेंट किए हैं।